क्या है संभावना
जानकारों का कहना है कि इस बार एमपीसी की ओर से ब्याज दरों में कटौती का फैसला लेने की गुंजाइश न के बराबर है। बीते शुक्रवार (29 नवंबर 2024) को जारी नवीनतम जीडीपी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में वृद्धि दर साल-दर-साल आधार पर धीमी होकर 5.4 प्रतिशत हो गई, जो पहली तिमाही में 6.7 प्रतिशत थी। ऐसे में रिजर्व बैंक भी अपने ग्रोथ अनुमान को मौजूदा 7.2 फीसदी से घटा सकता है।
एमपीसी की पिछली बैठक में क्या हुआ था?
रिजर्व बैंक के एमपीसी की पिछली बैठक 9 अक्टूबर को समाप्त हुई थी। बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की थी कि रेपो दर 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रहेगी। यह लगातार 10वीं समीक्षा बैठक थी, जिसमें रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।