पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया है। उन्होंने शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिंधु नदी में या तो हमारा पानी बहेगा, या फिर उनका खून बहेगा। सिंधु दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा।
भुट्टो ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप एक झटके में सिंधु जल समझौता को तोड़ दें। हम इसे नहीं मानते हैं। हमारी अवाम इसे नहीं मानती। हजारों साल से हम इस नदी के वारिस हैं।
भुट्टो बोले- पाकिस्तान की जनता बहादुर, जवाब देंगे
बिलावल ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि भारत की आबादी ज्यादा है, वो यह नहीं तय कर सकते कि पानी किसका है। पाकिस्तान की अवाम बहादुर लोग हैं, हम डटकर मुकाबला करेंगे। सरहदों पर हमारी फौज हर हमले का जवाब देने को तैयार है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष भुट्टो ने कहा कि भारत ने पहलगाम घटना के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। अपनी कमजोरियों को छिपाने और अपने लोगों को मूर्ख बनाने के लिए, मोदी ने झूठे आरोप लगाए हैं और सिंधु जल संधि को एकतरफा तरीके से रोक दिया है।
भुट्टो ने कहा कि हर पाकिस्तानी सिंधु का पैगाम लेकर दुनिया को बताएगा कि हमारे दरिया पर डाका मंजूर नहीं। दुश्मन की नजरें हमारे पानी पर हैं।
बिलावल ने कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को इस बात का भरोसा दिलाना चाहते हैं कि अलग राजनीतिक दल होने के कारण भले ही उनकी राय अलग हो, लेकिन सिंधु जल संधि के मुद्दे पर वे उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
भुट्टो बोले- भारत के मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे
बिलावल भुट्टो ने अपनी मां और देश की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि PPP और सिंध प्रांत की जनता ने नदी पर डैम और नहर बनाने के मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए हैं। आने वाले दिनों में भी सिंधु जल संधि में एकतरफा बदलाव की कोशिशों को नाकाम किया जाएगा।
बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान के चारों राज्यों की एकता की बात करते हुए कहा कि ये चार सूबे चार भाइयों की तरह हैं। ये चारों सूबे मिलकर भारत के हर मंसूबे का करारा जवाब देंगे। भुट्टो का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने का कदम उठाया है, जिसे पाकिस्तान ने 'जंग के बराबर' करार दिया है।
भारत बोला- पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं देंगे
पाकिस्तान के साथ 'सिंधु जल समझौता स्थगित' करने पर शुक्रवार को जल शक्ति मंत्रालय की बैठक हुई। इसे 3 चरणों में पूरा करने का फैसला लिया गया है। बैठक के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने बताया कि इसे लेकर 3 तरह की रणनीति बना रहे हैं। पाकिस्तान को एक बूंद पानी नहीं मिलेगा।
मीटिंग केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर हुई। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल शामिल हुए थे। हालांकि 3 चरणों और 3 तरह की रणनीति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद 23 अप्रैल को केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला लिया था।
भारत में जलशक्ति सचिव देवश्री मुखर्जी ने गुरुवार देर रात पाकिस्तानी जल संसाधन मंत्रालय के सचिव मुर्तजा को पत्र लिखा। इसमें कहा गया कि यह संधि अच्छे संदर्भ में की गई थी, लेकिन अच्छे रिश्तों के बिना इसे बनाए नहीं रखा जा सकता।
वहीं, पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि के खत्म होने को एक्ट ऑफ वॉर बताया है। पाकिस्तानी सरकार ने कहा- अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी जंग की तरह माना जाएगा।
पहलगाम के नजदीक बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 टूरिस्ट की हत्या कर दी थी। इनमें एक नेपाली नागरिक भी था। 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इसके बाद भारत ने जल संधि स्थगित करने सहित 5 बड़े फैसले लिए थे।