लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए ICICI बैंक के रिकवरी एजेंट साजिद अहमद को 8 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। आरोपी ने यह राशि एक व्यक्ति के वेतन खाते पर लगे होल्ड को हटवाने के बदले मांगी थी। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने जाल बिछाया और आरोपी को भोपाल के बारह दफ्तर स्थित तहसील कार्यालय के बाहर चाय की दुकान पर पकड़ा।
शिकायतकर्ता अमर सिंह राजपूत (58), निवासी ढोलपुर मध्य, तहसील उदयपुरा, जिला रायसेन ने 5 जून को लोकायुक्त कार्यालय भोपाल में शिकायत की थी कि उन्होंने ICICI बैंक से 10 लाख रुपए का पर्सनल लोन लिया था। किसी कारणवश वे 11-12 किश्तें नहीं भर पाए, जिस पर बैंक ने वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी और उनके वेतन खाते पर होल्ड लगवा दिया। यह मामला तहसीलदार कुणाल राउत के बारह दफ्तर स्थित कार्यालय में विचाराधीन था।
शिकायत के अनुसार, तहसील कार्यालय में पदस्थ रिकवरी एजेंट साजिद अहमद ने होल्ड हटवाने के एवज में 8 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। शिकायत की पुष्टि के लिए लोकायुक्त भोपाल के पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार राठौर के निर्देशन में प्राथमिक जांच की गई। जांच में आरोप की पुष्टि होने पर 10 जून को निरीक्षक रजनी तिवारी के नेतृत्व में दल का गठन किया गया।
टीम ने बारह दफ्तर स्थित चाय की दुकान पर आरोपी साजिद अहमद पिता मुश्ताक अहमद (56), निवासी 321, आरिफ नगर, भोपाल को 8 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। आरोपी ICICI बैंक से संबद्ध रिकवरी एजेंट के रूप में तहसीलदार कार्यालय में कार्यरत था।
ट्रेप दल में उप पुलिस अधीक्षक बीएम द्विवेदी, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, प्रधान आरक्षक मुकेश पटेल, आरक्षक मुकेश परमार और आरक्षक चैतन्य प्रताप शामिल थे। कार्रवाई अब भी जारी है। लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।