पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मंगलवार को अजरबैजान दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से मुलाकात की और भारत के साथ सैन्य संघर्ष में समर्थन के लिए आभार जताया।
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि दोनों देश हर मौके पर एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी ऐसा करेंगे। उन्होंने आज होने वाले अजरबैजान गणतंत्र दिवस के लिए राष्ट्रपति अलीयेव को बधाई दी।
बैठक में दोनों नेताओं ने आपसी साझेदारी को और आगे बढ़ाने पर बात की। इस बैठक में सेना प्रमुख आसिम मुनीर, उप-प्रधानमंत्री इशाक डार और सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार भी मौजूद थे।
शरीफ 25 से 30 मई तक चार देशों के दौरे पर हैं। इससे पहले वो तुर्किये और ईरान जा चुके हैं। आज वो ताजिकिस्तान पहुंचेंगे। यहां वो राजधानी दुशान्बे में ग्लेशियर्स पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भी शामिल होंगे।
शरीफ ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को कश्मीर और जल सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत की इच्छा जताई थी। शरीफ ईरान दौरे पर पहुंचे थे। यहां ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के साथ राजधानी तेहरान में जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह बात कही थी।
शरीफ ने भारत के साथ सैन्य संघर्ष के दौरान ईरान के समर्थन के लिए पजशकियान का आभार जताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्ते हैं।
पाकिस्तान सरकार ने पीएम मोदी के बयान पर विरोध जताया
पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार को भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के हालिया बयान पर एतराज जताया था। PAK विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि PM मोदी ने जिस तरह से हिंसा की बात की, वह एक न्यूक्लियर ताकत रखने वाले देश के नेता को शोभा नहीं देता।
दरअसल PM मोदी ने सोमवार को गुजरात में सभा के दौरान कहा था कि भारत पर आंख उठाने वाले को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि सुख-चैन से जियो, अपने हिस्से की रोटी खाओ, नहीं तो मेरी गोली तो है ही।