भोपाल के छोला से पकड़ी गई लुटेरी दुल्हन अनुराधा को फर्जी शादी करने के लिए 50 हजार रुपए मिलते थे। पुलिस मान रही थी कि अनुराधा गैंग के लिए सिर्फ एक मोहरा है, लेकिन उसके मोबाइल की जांच के बाद पता चला कि वह सक्रिय सदस्य की तरह काम कर रही थी। उसने एक एजेंट को धमकाते हुए कहा- जल्दी मेरी शादी करवा रहे हो या फिर किसी और एजेंट से बात करूं? ये मैसेज अनुराधा के फोन में मिला है।
राजस्थान पुलिस ने मंगलवार को भोपाल में फर्जी शादियों के जरिए लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने वाली अनुराधा को गिरफ्तार किया था। आरोपी अनुराधा पासवान अब तक करीब 25 लोगों से नकली शादी कर उन्हें ठग चुकी है। वह कई एजेंट्स के संपर्क में थी।
अब पुलिस को यकीन हो गया है कि यह मामला ठगी के रैकेट का है, जिसमें दुल्हन, एजेंट और अन्य सदस्य पूरी प्लानिंग के साथ काम कर रहे थे। अब तक की पूछताछ में अनुराधा ने बताया कि एक शादी के वह 50 हजार रुपए लेती थी। बाकी की राशि गैंग के सदस्य बांट लेते थे।
सात दिन पहले भोपाल में रचाई थी शादी पुलिस की जांच में पता चला कि गिरफ्तारी से ठीक सात दिन पहले अनुराधा ने भोपाल के छोला इलाके में रहने वाले गब्बर नाम के युवक से शादी की थी। वह उसी के घर में रह रही थी। इसी दौरान राजस्थान के रहने वाले विष्णु शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने अनुराधा से कोर्ट मैरिज की थी। शादी के तीन दिन बाद ही वह नकदी, जेवर और मोबाइल लेकर फरार हो गई।
पति से लड़ाई के बाद गिरोह जॉइन किया अनुराधा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के कोल्हुई बाजार की रहने वाली है। उसकी 2016 में विशाल पासवान से शादी हुई थी। पति से विवाद के बाद वह भोपाल आई और यहां एक महिला के संपर्क में आकर इस गिरोह का हिस्सा बन गई। अनुराधा ने पुलिस को बताया कि पति की डांट और नाराजगी ने उसने यह रास्ता चुना।
गिरोह के सदस्य भोपाल और आसपास के पुलिस के मुताबिक इस गिरोह में रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव और अर्जुन नाम के लोग सक्रिय हैं। पुलिस को शक है कि गिरोह में कई और युवतियां भी शामिल हो सकती हैं। इसमें रोशनी छोला मंदिर इलाके की है, सुनीता मंडीदीप की, अर्जुन निवासी गांधी नगर और मजबूत सिंह यादव, रघुवीर, गोलू भोपाल के अन्य इलाकों से हैं। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
जानिए राजस्थान पुलिस ने लुटेरी दुल्हन को भोपाल में कैसे पकड़ा
राजस्थान पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की। टीम ने भोपाल में स्थानीय मुखबिरों की मदद से फर्जी शादी गिरोह से संपर्क किया। टीम के एक सिपाही को अविवाहित बताकर फर्जी शादी कराने की योजना बनाई गई।