'असिस गार्ड' का अनुबंध खत्म तो सिर्फ 1 ऑप्शन बचेगा:टिकट सिस्टम मैन्यूवल करेंगे;

Updated on 22-05-2025 11:55 AM

भोपाल और इंदौर मेट्रो में ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने वाली तुर्किए की कंपनी 'असिस गार्ड’ को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस ने 7 दिन के अंदर भोपाल-इंदौर मेट्रो के 10 स्टेशन पर लगे सभी सिस्टम उखाड़ फेंकने की चेतावनी दी है। इधर, 31 मई को पीएम नरेंद्र मोदी इंदौर मेट्रो का वर्चुअली तरीके से कॉमर्शियल रन को हरी झंडी भी दिखाने वाले हैं। ऐसे में मेट्रो कॉरपोरेशन ऐसा ऑप्शन तलाश रही है, जिससे कोई दिक्कत न हो।

मेट्रो अफसरों की माने तो कंपनी का अनुबंध खत्म करने की स्थिति में एक ही ऑप्शन बच रहा है, जो मैन्युवली टिकट सिस्टम है। दरअसल, 'असिस गार्ड’ के जिम्मे ही सबसे महत्वपूर्ण ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन यानी किराया लेने की पूरी प्रक्रिया का सिस्टम तैयार करने का काम है। जिसमें कार्ड के जरिए किराया लेने के बाद ही गेट खुलना भी शामिल है। यह कंपनी सिस्टम का पूरा मेंटेनेंस भी करेगी।

अनुबंध खत्म होने की स्थिति में कंपनी से काम नहीं लिया जा सकेगा। इसलिए मेट्रो कॉरपोरेशन मैन्युवली टिकट सिस्टम लागू कर सकता है। अफसरों के अनुसार, मैन्युवली सिस्टम के लिए अमला तैनात करना पड़ेगा। इसलिए प्लान तैयार कर रहे हैं। मेट्रो के जीएम (प्रोजेक्ट) अजय गुप्ता ने बताया, कंपनी के संबंध में वरिष्ठ स्तर पर चर्चा की जा रही है।

पूर्व मंत्री बोले-तुर्किए मेट्रो में विस्फोट भी कर सकता है कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि तुर्किए की कंपनी का ठेका तुरंत निरस्त होना चाहिए। भोपाल और इंदौर के मेट्रो स्टेशन पर कंपनी ने जो सामान लगाया है, उसे बाहर निकाला जाए। तुर्किए पाकिस्तान का समर्थक है और भारत के खिलाफ उसके ड्रोन का इस्तेमाल हुआ है। यदि उसके इक्युपमेंट (संसाधन) मेट्रो स्टेशनों पर लगते हैं तो कोई भरोसा नहीं कि तुर्किए मेट्रो ट्रेन में विस्फोट भी कर दें। यदि अनुबंध निरस्त और सामान नहीं निकाला जाता है तो बड़ा प्रदर्शन करेंगे।

मंत्री विजयवर्गीय के इस ट्विट के बाद मामला सुर्खियों में आया... 19 मई को शाम 6.58 बजे डॉ. मोहन सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 'X' पर एक पोस्ट लिखी। जिसमें उन्होंने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि...भारत विरोधी मानसिकता का कोई स्थान नहीं। हमारे लिए राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है। जो भी भारत की संप्रभुता के विरुद्ध खड़ा होगा, वह चाहे कोई भी क्यों न हो, उसके साथ किसी भी प्रकार की सहानुभूति या सहयोग असहनीय है।

मंत्री विजयवर्गीय ने आगे लिखा- गंभीर तथ्य यह है कि यही कंपनी असिस वर्तमान में भोपाल और इंदौर मेट्रो परियोजनाओं में डिजिटल प्रणाली के कार्य के लिए अनुबंधित है। इस संदर्भ में अधिकारियों को तथ्यों की गहन एवं निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं।

यदि यह पाया जाता है कि कंपनी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भारत विरोधी तत्वों से संबंध है या इसके उत्पादों का उपयोग भारत की सुरक्षा के विरुद्ध हुआ है तो कंपनी का अनुबंध समाप्त कर दिया जाएगा। हम राष्ट्र के सम्मान, सुरक्षा और आत्मगौरव के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।

मंत्री ने इसलिए दिया यह बयान, जांच भी शुरू कैबिनेट मंत्री विजयवर्गीय ने बताया- सूत्रों के अनुसार, 'असिस गार्ड' के ड्रोन कथित तौर पर पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए थे। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कंपनी की भूमिका की गहन जांच की जाए। यदि यह साबित होता है कि कंपनी या उसके उत्पाद भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, तो उसका अनुबंध तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा। मंत्री के बयान के बाद मेट्रो अफसरों ने जांच भी शुरू कर दी।

'असिस' को भोपाल-इंदौर में यह काम मिला एमपी मेट्रो कॉर्पोरेशन ने मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन के लिए साल 2024 में इंटरनेशनल टेंडर कॉल किए थे। कुल 3 कंपनियों ने टेंडर भरे थे। इनमें से एक तुर्किये की असिस इलेक्ट्रॉनिक ब्लिसिम सिस्टमेलेरी भी शामिल है। जबकि दो अन्य कंपनी- एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और शेलिंग फॉस्क ग्लोबल डिजिटल टेक्नोलॉजी थीं।

230 करोड़ रुपए के टेंडर कॉल के मुकाबले तुर्किये की कंपनी ने 186 करोड़ 52 लाख रुपए की राशि टेंडर में दी थी। दूसरे स्थान पर एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड ने 204.57 करोड़ का प्रस्ताव सौंपा था। इस हिसाब से तुर्किये की कंपनी को टेंडर हासिल हो गया।

टेंडर मिलने के बाद कंपनी ने स्टेशनों पर सिस्टम लगाने भी शुरू कर दिए। भोपाल में सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर और रानी कमलापति स्टेशन पर गेट्स लगाए जा चुके हैं। जबकि डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स में काम चल रहा है।

इंदौर में भी 5 स्टेशन- गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर-3 तक सिस्टम इंस्टॉल किया जा चुका है। भोपाल और इंदौर के पहले फेस के कुल 53 स्टेशनों पर कंपनी काम करेगी। कंपनी के जिम्मे सबसे महत्वपूर्ण ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन यानी किराया लेने की पूरी प्रक्रिया का सिस्टम तैयार करने का काम है। जिसमें कार्ड के जरिए किराया लेने के बाद ही गेट खुलना भी शामिल है। यह कंपनी सिस्टम का पूरा मेंटेनेंस भी करेगी।



अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 22 May 2025
आपका सामान 5 दिन पहले भी जब्त किया गया था। आज फिर सामान सड़क पर लगाकर खड़े हो गए। आप लोग मानते क्यों नहीं? जहांगीराबाद इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ…
 22 May 2025
राजधानी में कॉलेज छात्राओं से सामने आए ​लव-जिहाद के मामले में फंडिंग के एंगल की जांच पुलिस ने तेज कर दी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने हाल ही…
 22 May 2025
यह तस्वीर जेके रोड की शाम 5 बजे की है। मेन रोड के सेंट्रल वर्ज पर कचरे के ढेर लगे हैं। ऐसी तस्वीर सिर्फ जेके रोड पर नहीं दिखी। शहर…
 22 May 2025
उज्जैन उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के लिए अब तक 9186 करोड़ रुपए के 101 कार्यों को मंजूरी दी जा चुकी है। इनमें जिनमें घाट निर्माण, शिप्रा जल स्टोरेज…
 22 May 2025
माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश ने सत्र 2024-25 के हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी द्वितीय परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथियों में बढ़ोतरी की है। जिन छात्रों ने मुख्य परीक्षा 2025…
 22 May 2025
कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बताकर मुसीबत में फंसे मध्यप्रदेश के जनजातीय कार्यमंत्री डॉ. विजय शाह की गिरफ्तारी पर 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा…
 22 May 2025
मोहन यादव सरकार कलेक्टरों के बार-बार किए जाने वाले तबादलों पर कंट्रोल करने के बाद अब उनके कामों की रेटिंग करा रही है। योजनाओं पर अमल के लिए तय की…
 22 May 2025
'स्कूली पाठ्यक्रम में यह जोड़ा जाए कि कौन सा खाना, दिनचर्या या आदत किस बीमारी का कारण बन सकता है और उससे कैसे बचा जा सकता है। बच्चों को यह…
 22 May 2025
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार स्व. श्री अनिल दुबे के चार इमली स्थित निवास पहुंचकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि…
Advt.