महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र 7 दिसंबर से शुरू होने वाला है। नई सरकार के गठन के बाद भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर होंगे। नौ बार विधायक रह चुके कोलंबकर को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन दोपहर 1 बजे राजभवन में शपथ दिलाएंगे।
प्रोटेम स्पीकर बनने के बाद कोलंबकर, 288 नव-निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। साथ ही 9 दिसंबर को 15वीं विधानसभा के लिए अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे। इसके बाद CM फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार विश्वास मत हासिल करेगी।
इससे पहले 5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एकनाथ शिंदे–अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री की शपथ ली। 23 नवंबर को चुनाव परिणाम आने के 13वें दिन महाराष्ट्र CM का शपथ ग्रहण हो सका।
काफी मान-मनौव्वल के बाद डिप्टी CM पद स्वीकार करने वाले शिंदे महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे नेता बने, जो CM से डिप्टी CM बने।
NCP नेता अजित पवार छठी बार डिप्टी CM बने। वे कांग्रेस, महायुति और महाविकास अघाड़ी सरकार में डिप्टी CM रहने वाले महाराष्ट्र के पहले नेता बन गए हैं।
मुख्यमंत्री का चार्ज लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा– विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रियों की शपथ हो जाएगी और उनके पोर्टफोलियो दे दिए जाएंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष का पद दिया जाएगा या नहीं, यह स्पीकर तय करेंगे। हमारे रोल बदले हैं, हमारी दिशा नहीं बदली। मंत्रिमंडल तय हो चुका है। इसमें ज्यादा बदलाव नहीं होंगे।
10 साल में तीसरी बार CM बने फडणवीस, ऐसा करने वाले महाराष्ट्र के पहले भाजपा नेता
देवेंद्र फडणवीस ने 10 साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ऐसा करने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं। शपथ के बाद वे PM मोदी के पास गए और अभिनंदन किया।
फडणवीस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डिप्टी CM पद की शपथ ली। शपथ से पहले उन्होंने बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम लिया। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को धन्यवाद दिया। वे राज्य के दूसरे नेता हैं जो CM के बाद डिप्टी CM बने।
शिंदे के बाद NCP नेता अजित पवार ने डिप्टी CM की शपथ ली। वह छठी बार राज्य के डिप्टी CM बने हैं। वह महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों गठबंधन की सरकार में डिप्टी CM रहने वाले महाराष्ट्र के पहले नेता बन गए हैं।
शपथ समारोह मुंबई के आजाद मैदान में गुरुवार शाम 5:31 बजे शुरू हुआ, जो करीब 30 मिनट तक चला। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने तीनों नेताओं ने मराठी में शपथ ली।
समारोह में PM मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी के अलावा नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू समेत NDA शासित 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के CM और डिप्टी CM शामिल हुए।
पक्ष के किसी भी दल के पास 10% सीटें नहीं, इसलिए नेता विपक्ष पर संशय
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को रिजल्ट आया। महायुति को 230 सीटें मिलीं। इसमें भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और NCP को 41 विधायक जीते। वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) को 46 और अन्य को 12 सीटें मिलीं। MVA में शिवसेना (UBT) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की NCP को 10 सीटों पर जीत मिली। बहुमत का आंकड़ा 145 है।
नेता विपक्ष पर दावा करने के लिए पार्टी के पास 10% सीटों होना जरूरी है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में इस पद पर दावा करने के लिए 29 सीटों की जरूरत है, जो किसी भी विपक्षी पार्टी के पास नहीं हैं।