लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने छात्रों की समस्याओं को लेकर PM मोदी को लेटर लिखा। जिसमें राहुल ने हॉस्टल में होने वाली असुविधाओं का जिक्र किया। राहुल ने बताया कि वे पिछले महीने बिहार में अंबेडकर हॉस्टल गए थे, जहां स्टूडेंट ने इन समस्याओं को जिक्र किया था।
राहुल ने इसके अलावा छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप का मुद्दा भी उठाया। राहुल ने लिखा कि दलित, ST, इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास (EBC), OBC और अल्पसंख्यक समुदायों के स्टूडेंट को मिलने वाली स्कॉलरशिप में देरी न हो।
उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप पाने वाले दलित छात्रों की संख्या लगभग आधी हो गई है। 2023 में ये 1.36 लाख थी, जो 2024 में घटकर 0.69 लाख रह गई है।
15 मई को राहुल गांधी ने बिहार में हॉस्टल का दौरा किया था
राहुल गांधी 15 मई को बिहार के दरभंगा पहुंचे थे। वहां उन्होंने अंबेडकर छात्रावास में 'शिक्षा न्याय संवाद' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि, '90 प्रतिशत आबादी के लिए इस देश में कोई रास्ता नहीं है। सीनियर ब्यूरोक्रेसी में आपके लोग जीरो, डॉक्टर में आपके कितने लोग..जीरो, एजुकेशन सिस्टम में आपके कितने लोग जीरो, मेडिकल सिस्टम के मालिकों को देखो तो जीरो।'
'मनरेगा की लिस्ट देखो तो सारे के सारे लोग आपके हैं। मजदूरों की लिस्ट निकालो तो आपके लोगों से भरी पड़ी है। सारा का सारा धन और ठेकेदारी 8-10 प्रतिशत लोगों के हाथों में जाता है।'
राहुल बिना परमीशन हॉस्टल पहुंचे थे, 12 मिनट रुके थे
राहुल गांधी के दरभंगा पहुंचने के पहले पुलिस प्रशासन और कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए थे। राहुल दलित- माइनॉरिटी कम्युनिटी के छात्रों से बातचीत करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें छात्रावास में बातचीत की परमिशन नहीं दी थी।
उन्हें दरभंगा के टाउन हॉल में बातचीत की परमिशन दी गई थी, लेकिन राहुल टाउन हॉल ना जाते हुए पैदल छात्रावास ही पहुंचे। उन्होंने छात्रों को सिर्फ 12 मिनट का संबोधन दिया।